देहरादून-हरिद्वार हाईवे पर अब आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) आधारित ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम स्थापित किया जाएगा। हर पांच किमी पर सेंसर लगाए जाएंगे। इसके साथ ही, सड़क के दोनों तरफ कैमरे भी लगेंगे, जिनकी मदद से ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के चालान किए जाएंगे।एनएचएआई ने नेशनल हाईवे पर सड़क सुरक्षा से जुड़े उपायों के लिए 750 करोड़ रुपये का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है, जिसमें एआई आधारित ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम की योजना भी शामिल है। इसके तहत देहरादून के मोहकमपुर से हरिद्वार के दूधाधारी चौक तक ‘एआई’ आधारित सिस्टम के जरिये वाहन चालकों पर कड़ी नजर रखी जाएगी।इस सिस्टम का फायदा यह होगा कि ओवर स्पीड और गलत दिशा में आने-जाने वाले वाहनों के साथ बिना हेलमेट दोपहिया चलाने वालों का पता चल जाएगा। ऐसे में ट्रैफिक में सुधार होगा। ट्रैफिक रूल तोड़ने पर चालान की कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी। एआई आधारित सिस्टम की मदद से ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की पूरी जानकारी पुलिस को भेजी जाएगी। पुलिस वाहन नंबर के आधार पर चालान करेगी। इसका मैसेज सीधे वाहन मालिक के पास चला जाएगा। जब तक मालिक चालान का भुगतान नहीं करेगा, तब तक वाहन ब्लैक लिस्ट रहेगा।नएचएआई ने इस हाईवे पर दिसंबर 2022 से जून 2023 तक की अवधि का सड़क सुरक्षा ऑडिट कराया। इसमें पता चला कि इस हाईवे पर बीते तीन साल में हादसे बढ़े हैं और इनमें 40 से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ऑडिट के बाद ही यहां सुरक्षा इंतजाम की कवायद की जा रही है।दून-हरिद्वार हाईवे पर 750 करोड़ रुपये से सड़क सुरक्षा के काम होने हैं। इस में एआई आधारित ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगाने की योजना भी है। इसकी मदद से ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के चालान होंगे।