
खटीमा: 5 सितंबर को ईद उल मिलादुन्नबी की 1500 वीं वर्षगांठ है. इसको लेकर मुस्लिम समाज द्वारा जश्न की जहां तैयारियां चल रही हैं. खटीमा में मुस्लिम समाज के लिए इस बार ईद मिलादुन्नबी की 1500 वीं वर्षगांठ को मानवता और परोपकार की थीम पर काम करते हुए तंज़ीम उलेमा-ए-अहले सुन्नत अनेकों कार्यक्रम आयोजित कर रहा है.
ईद मिलादुन्नबी की 1500 वीं वर्षगांठ पर जश्न: तंज़ीम उलेमा-ए-अहले सुन्नत संस्था द्वारा खटीमा में इन्हीं कार्यक्रमों की कड़ी में विशाल निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया. इसमें 20 से अधिक विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा 1500 के लगभग मरीजों का निशुल्क इलाज किया गया. साथ ही मरीजों को निशुल्क दवाओं का भी वितरण किया गया. संस्था द्वारा बताया गया कि निशुल्क चिकित्सा शिविर के अलावा लड़कियों के सामूहिक विवाह, निर्धन परिवारों को साल भर के अन्न का वितरण, नशे के खिलाफ जागरूकता, अनाथ बच्चों की शिक्षा दीक्षा आदि कार्यक्रम ईद उल मिलादुन्नबी की 1500 वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित किए जाएंगे.
खटीमा में लगा निशुल्क चिकित्सा शिविर: खटीमा में रविवार, 31 अगस्त को विशाल निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया. सैकड़ों लोगों ने इस निशुल्क चिकित्सा शिविर का लाभ उठाया. ईद उल मिलादुन्नबी की 1500 वीं वर्षगांठ के अवसर पर, तंज़ीम उलेमा-ए-अहले सुन्नत खटीमा द्वारा इस्लामनगर स्थित एक निजी बैक्वेंट हॉल में विशाल निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया. इसमें बरेली मंडल के 25 अनुभवी एवं विशेषज्ञ चिकित्सक ने भाग लिया. चिकित्सकों द्वारा इस शिविर में सैकड़ों लोगों की स्वास्थ्य जांच कर उन्हें दवाइयां निःशुल्क वितरित की गईं. इस निशुल्क चिकित्सा शिविर का खटीमा क्षेत्र के लगभग 1500 लोगों ने लाभ उठाया. शिविर में पहुंचे लोगो ने अपनी चिकित्सा जांचें करवाईं और इलाज हेतु मुफ्त में दवाइयां भी हासिल की. चिकित्सा शिविर में लोगों ने बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग किया.
डॉक्टरों को किया गया सम्मानित: इस अवसर पर मौलाना इरफान-उल-हक़ क़ादरी ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि यह शिविर धर्म एवं राष्ट्रीयता के भेदभाव के बिना मानवता के लिए आयोजित किया गया है. चूंकि हमारे पैगंबर (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) द्वारा दिया गया सबसे बड़ा संदेश मानवता का था और इस्लाम मानवता को सबसे अधिक महत्व देता है. इसीलिए कुरान और हदीस में कई जगहों पर लोगों को इंसान, इंसानियत और ईश्वर की रचना की सेवा करने पर ज़ोर दिया गया है. मौलाना द्वारा कैंप में आंख, कान, दांत, हृदय, मस्तिष्क, छाती, हड्डी और नस आदि प्रमुख रोगों के विशेषज्ञ चिकित्सक मौजूद रहे. इस अवसर पर शिविर में पहुंचे तमाम डॉक्टर का फूलों के साथ स्वागत किया गया और स्मृति चिन्ह दे कर उन्हें सम्मानित भी किया गया.
15 निर्धन युवतियों का कराया जाएगा विवाह: संस्था द्वारा इसके अलावा इंसानियत व मानवता के कार्यों को तवज्जो देते हुए आगे 15 निर्धन बेटियों का विवाह, 15 निर्धन परिवारों को साल भर का राशन, 15 असहाय बच्चों की शिक्षा दीक्षा, नशे की रोकथाम को लेकर जागरूकता कार्यक्रम आदि भी आयोजित किए जाएंगे. ताकि उल मिलादुन्नबी की 1500 वीं वर्षगांठ के अवसर पर मानवता और परोपकार का संदेश दिया जा सके.