
रामनगर: तराई पश्चिमी वन प्रभाग के उत्तरी जसपुर रेंज में एक हाथी के बच्चे की करंट लगने से दर्दनाक मौत हो गई है. मृत हाथी की उम्र लगभग छह साल बताई जा रही है. सुबह गश्त के दौरान वनकर्मियों ने हाथी के बच्चे को मृत अवस्था में देखा. जिसके बाद विभाग में हड़कंप मच गया.
उत्तराखंड के तराई पश्चिमी वन प्रभाग के उत्तरी जसपुर रेंज से वन्यजीव संरक्षण से जुड़ी एक दुखद खबर सामने आई है. यहां एक हाथी के बच्चे की करंट लगने से मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मृत हाथी लगभग छह साल का नर था. वन विभाग की टीम को गुरुवार सुबह गश्त के दौरान हाथी का शव खेतों के नजदीक पड़ा हुआ मिला. पास जाकर देखने पर स्पष्ट हुआ कि हाथी करंट की चपेट में आकर मरा है. घटना की सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई. जिसके बाद मौके पर विभागीय अधिकारी भी पहुंचे.
वन विभाग ने हाथी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी है. डॉक्टरों के पैनल द्वारा पोस्टमार्टम कराया जा रहा है ताकि मौत के सही कारणों की पुष्टि हो सके. विभागीय सूत्रों के मुताबिक प्रारंभिक जांच में करंट का मामला सामने आया है. खेतों में बिजली की तारें नीचे झूलने या अवैध करंट प्रवाह से मौत की संभावना जताई जा रही है. हाथियों और अन्य जंगली जानवरों के लगातार खेतों की ओर आने की वजह से इस तरह की घटनाएं अक्सर हो जाती हैं. खासकर तराई क्षेत्र में कई बार जंगली हाथियों की जान बिजली के करंट के कारण जा चुकी है. इससे वन विभाग और स्थानीय ग्रामीणों में चिंता का माहौल है.
वहीं तराई पश्चिमी के डीएफओ प्रकाश आर्या का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारण की पुष्टि होगी. डीएफओ प्रकाश आर्या ने कहा इस बात की भी जांच की जाए