
लक्सर: हरिद्वार जिले के लक्सर से तीन तलाक का मामला सामने आया है. महिला का आरोप है कि दहेज की मांग पूरी ना होने पर ससुराल वालों ने उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया. पति ने उसे फोन पर तीन तलाक दे दिया. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने पति और सास ससुर समेत सात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. कोतवाली प्रभारी राजीव रौथाण ने बताया कि मुकदमा दर्ज करने के बाद मामले की जांच की जा रही है.
लक्सर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी विवाहिता ने पुलिस को शिकायत कर बताया कि उसका निकाह 11 मई 2023 को शामली उत्तर प्रदेश निवासी युवक के साथ हुआ था. शादी में उसके परिजन ने हैसियत से बढ़कर दान दहेज दिया था. लेकिन उसके ससुराल वाले इससे संतुष्ट नहीं थे. शादी के कुछ समय के बाद ही के पति आरोपी, ससुर, सास, जेठ और देवर ने दहेज में बाइक और सोने की चेन लाने की मांग को लेकर उसे मारपीट कर प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. इस दौरान दो बार आरोपियों ने मारपीट कर उसे घर से निकाला. लेकिन परिजन के समझाने पर वह फिर से ससुराल चली गई.
इसी साल 20 जून को आरोपियों ने उसके साथ मारपीट कर उसे घर से फिर निकाल दिया. इसके बाद 11 सितंबर को आरोपी उसके घर आए और उसके साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट कर दहेज की मांग की. उसके असमर्थता जताने पर 13 सितंबर को उसके पति ने उसे फोन पर तीन तलाक दे दिया. कोतवाली प्रभारी राजीव रौथाण ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है. जांच उपरांत अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
पहले भी आ चुका मामला सामने: बता दें कि यह पहला मामला नहीं है, इससे पूर्व भी लक्सर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत एक महिला ने दहेज की मांग पूरी न करने पर न केवल उसके पति और ससुरालजनों ने मारपीट कर घर से निकालने व कमरे में बंधक बनाकर मारपीट का आरोप लगाया था. पति ने परिजनों के सामने तीन तलाक देकर रिश्ता तोड़ दिया. पीड़िता के चाचा ने कोतवाली पहुंचकर पूरे मामले की लिखित तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की थी.
सुल्तानपुर निवासी व्यक्ति ने बताया कि उनके भाई जो एक विकलांग व्यक्ति की बेटी की शादी 22 अप्रैल 2024 को मुस्लिम रीति-रिवाज से लक्सर से हुई. शादी में घरेलू सामान, सोने-चांदी के जेवर, उपहार स्वरूप सात लाख रुपया कार के लिए समेत कुल 28 लाख रुपये से अधिक खर्च की गई. आरोप था कि शादी के बाद से ही युवक के ससुराल वाले 15 लाख रुपये की अतिरिक्त दहेज की मांग को लेकर उसे प्रताड़ित करने लगे.
उसके ससुर, सास, पति, देवर, ननद समेत कई रिश्तेदारों ने उसे लगातार मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान किया. फरवरी 2025 में युवती ने एक बेटी को जन्म दिया. जिससे ससुराल वालों का रवैया और भी खराब हो गया था. मार्च में उसे मारपीट कर ससुराल से निकाल दिया गया था, कुछ रिश्तेदारों के हस्तक्षेप के बाद उसे दोबारा भेजा गया था. 15 जुलाई को पति और परिवार के अन्य सदस्यों ने उसे कमरे में बंद किया. तब ही तीन तलाक भी दिया.
