रुद्रप्रयाग: केदारघाटी में लगातार बारिश जारी है. बारिश के कारण केदारनाथ हाईवे फाटा के पास खाट में बार-बार बंद हो रहा है. हालांकि एनएच विभाग की ओर से हाईवे को खोलने के प्रयास किये जा रहे हैं, लेकिन पहाड़ी से लगातार गिर रहा मलबा और बोल्डर के कारण हाईवे को खोलने में भी दिक्कतें आ रही हैं. हाईवे पर खाट गांव के नीचे हो रहे भूस्खलन के कारण 85 परिवार भी खतरे की जद में आ गए हैं. वहीं दूसरी ओर केदारनाथ में भी रूक-रूक कर बारिश हो रही है. धाम सुबह से ही घने कोहरे की चपेट में है.पहाड़ों में बारिश का सिलसिला जारी है. बारिश के कारण केदारनाथ हाईवे फाटा के पास खाट में बार-बार बाधित हो रहा है. हाईवे पर पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर गिर रहे हैं. बंद होने के कारण दोनों छोरों पर यात्री और स्थानीय लोग फंसे रहे हैं. बीते देर रात बंद हुए राजमार्ग को सोमवार सुबह दसे बजे यातायात के लिए बहाल किया गया. हालांकि यहां पर लगातार पहाड़ी से मलबा और बोल्डर गिरने का सिलसिला जारी है.केदारनाथ आपदा के बाद से केदारनाथ हाईवे के फाटा के पास खाट गांव के नीचे लगातार भूधंसाव जारी है. कुछ दिन पूर्व हुए राजमार्ग चौड़ीकरण से गांव और भी खतरे की जद में आ गया है. वर्तमान में गांव में 85 परिवार निवास करते हैं, जबकि जिस स्थान पर भूस्खलन हो रहा है, उसके ठीक ऊपर एक प्राइमरी स्कूल के साथ ही मोबाइल टावर भी हैं. ग्रामीण लंबे समय से विस्थापन की मांग कर रहे हैं, लेकिन उन्हें विस्थापित नहीं किया जा रहा है. ऐसे में हर मानसून सीजन में ग्रामीणों को खतरा बना रहता है.प्रधान योगेंद्र तिवारी, ग्रामीण भरत कुर्माचली, लक्ष्मीकांत, योगम्बर प्रसाद ने कहा कि केदारनाथ आपदा के बाद से ही खाट गांव को खतरा बना हुआ है. शासन-प्रशासन ग्रामीणों की कोई सुध नहीं ले रहा है. वहीं दूसरी ओर केदारनाथ धाम में भी बीते कई दिनों से मौसम खराब है. धाम में लगातार रूक-रूक कर बारिश हो रही है. इसके अलावा धाम पूरी तरह घने कोहरे की चपेट में है.