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शौक बड़ी चीज है! उत्तराखंड में VIP Number का क्रेज, 7.49 लाख में बिका 0001 नंबर

हल्द्वानी: शौक बड़ी चीज है. लोगों में लग्जरी गाड़ी लेने के शौक के साथ ही वीआईपी नंबर लेने का क्रेज भी बढ़ने लगा है. वीआईपी नंबर लेना लोगों के लिए स्टेटस सिंबल बन चुका है और वीआईपी नंबर लेने के लिए लोग लाखों रुपए खर्च कर रहे हैं. ऐसा ही कुछ हल्द्वानी में देखने को मिला, यहां 0001 नंबर नीलामी की निर्धारित कीमत से करीब सात गुना महंगा यानी 7.49 लाख में बिका.

लोग अपने वाहन और मोबाइल नंबर को वीआईपी नंबर दिखाने के लिए लोग लाखों रुपए खर्च करने को तैयार हैं. हल्द्वानी में वाहनों के वीआईपी नंबरों की नीलामी में ऐसा ही देखा गया, जहां 0001 नंबर नीलामी की निर्धारित कीमत से करीब सात गुना महंगा 7.49 लाख में बिका.

वाहन मालिकों ने दिल खोलकर पैसे खर्च किए: यूके 04 एआर सीरीज के फैंसी नंबर पाने के लिए वाहन मालिकों ने दिल खोलकर पैसे खर्च किए. एआर सीरीज के दो नंबर ही 12.56 लाख रुपये में बिक गए. अन्य वीआईपी नंबरों पर अच्छी रकम खर्च करने से परिवहन विभाग की झोली भर गई.

एक लाख रुपए से शुरू हुई थी बोली: संभागीय परिवहन अधिकारी हल्द्वानी गुरदेव सिंह ने बताया कि परिवहन विभाग ने आय बढ़ाने के लिए पांच सौ से ज्यादा नंबरों को फैंसी नंबरों की श्रेणी में रखा है. इनकी बुकिंग राशि दो हजार रुपये से लेकर 1 लाख रुपए तक तय की है. चार दिनों तक लगी ऑनलाइन बोली के बाद गुरुवार को एआर सीरीज का नंबर यूके 04 एआर-0001 सबसे ज्यादा धनराशि में नीलाम हुआ.

आवेदकों को अब बोली की रकम निर्धारित समय सीमा में जमा करानी होगी. इससे एक तरफ जहां राजस्व में वृद्धि हुई है तो वहीं दूसरी ओर लोगों में भी वीआईपी नंबरों के लिए भी एक अनुकूल माहौल बना है.

15 दिन के भीतर जमा करानी होगी बोली की रकम: संभागीय परिवहन अधिकारी ने बताया कि बोली दाताओं ने ऑनलाइन बोली के दौरान सिक्योरिटी मनी परिवहन विभाग को जमा की है. उन्होंने बताया कि 15 दिन के भीतर में बोली दाता बोली की रकम को नहीं जमा करता है तो उसकी जमानत राशि जब्त कर ली जाएगी. ऑनलाइन बोली लगाने वालों से अपील की गई है कि समय से अपनी बोली की धनराशि विभागीय खाता में जमा करा दे

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