
हरिद्वार: अर्धकुंभ 2027 मेले के लिए बनने जा रहे नए गंगा घाटों में अब ग्रीन घाट भी बनाए जाएंगे. शुक्रवार को एनएमसीजी यानी नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा की टीम ने हरिद्वार पहुंचकर कुंभ मेला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की और घाटों का स्थलीय निरीक्षण भी किया. कुंभ मेलाधिकारी सोनिका की अध्यक्षता में हुई बैठक में टीम के समक्ष कई प्रस्ताव भी रखे गए.
2027 अर्धकुंभ के लिए ग्रीन गंगा घाट: इन प्रस्तावों को एनएमसीजी में भेजा जाएगा. वीआईपी घाट और सीसीआर घाट के नजदीक ही ग्रीन घाट बनाए जाएंगे. इन घाटों को बनाने के लिए इको फ्रेंडली मैटीरियल का इस्तेमाल किया जाएगा. सभी गंगा घाट हरियाली से भरपूर होंगे. अधिकारियों के मुताबिक ऐसे घाट नदी और पर्यावरण के अनुकूल होते हैं. पायलट प्रोजेक्ट के तहत हरिद्वार में इसकी शुरुआत की जाएगी. इसके साथ ही अर्धकुंभ मेले में वेस्ट मैनेजमेंट के लिए नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने को लेकर भी चर्चा की गई.
14 जनवरी 2027 से शुरू होगा हरिद्वार महाकुंभ: बता दें कि अभी कुंभ मेले के निर्माण कार्यों में सबसे पहले नए गंगा घाटों का निर्माण कार्य चल रहा है. अमरापुर घाट से निर्माण कार्यों की शुरुआत हुई. करीब ढाई किलोमीटर लंबे घाट बनाए जाएंगे. उसके बाद अब ग्रीन घाटों के निर्माण की योजना पर भी कार्य शुरू हो गया है. हरिद्वार अर्धकुंभ 14 जनवरी 2027 से शुरू हो रहा है.
