बागेश्वर के नगरीय क्षेत्र में नगर पालिका बागेश्वर ब्रिटिश कालिन 1913 में निर्मित ऐतिहासिक पैदल झूला पुल का रखरखाव नही कर पाई, पैदल पुल कि जीर्ण शीर्ण हालत को देखते हुए साल भर पहले जिला प्रशासन बागेश्वर ने एतिहासिक पुल से आवाजाही बंद करके पुल में ताला मार दिया है, बागेश्वर प्रशासन के पास खनिज से प्राप्त ट्स्ट के रूप अतरिक्त धनराशि होने के बाद भी ऐतिहासिक धरोहरों को ताला लगा कर छोड़ दिया जाना शर्मनाक है, नगर पालिका बागेश्वर सुरेश सिह खेतवाल कि हठधर्मिता को लंबे समय झेल रहे फड़ व्यवसाईयो ने जिला कांग्रेस पार्टी और भाजपा नेता प्रमोद मेहता के नेतृत्व में ऐतिहासिक पुल को पुनः खोलने के लिए धरना प्रदर्शन शुरू किया है,
प्रर्दशन कारी भाजपा नेता का कहना है, कि नगर पालिका अध्यक्ष बागेश्वर सुरेश सिंह खेतवाल एतिहासिक धरोहर तक नही बचा पा रहे है, इससे शर्मनाक कुछ नही हो सकता है,
बाईट 01- प्रमोद मेहता, भाजपा नेता,
प्रर्दशन कारी कांग्रेस नेता का कहना है, कि नगर पालिका कि कार्यशैली लगातार सवालों में है, जनता के प्रति नगर पालिका बागेश्वर कि जबाबदारी समाप्त हो गयी है, ऐतिहासिक धरोहरों में ताला लगाने का काम नगर पालिका जिला प्रशासन के साथ मिल कर रहा है,