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रक्षक मां चंडी और मनसा देवी की पहाड़ियों में मंडराया खतरा, प्रशासन की बढ़ी चिंता

रक्षक मां चंडी और मनसा देवी की पहाड़ियों में मंडराया खतरा, प्रशासन की बढ़ी चिंता

धर्मनगरी हरिद्वार पहुंचने वाले सभी श्रद्धालु हर की पैड़ी पर गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के बाद शहर की पहाड़ी पर स्थित दो शक्तिपीठ मां मनसा देवी और मां चंडी देवी जरूर जाते हैं. एक तरह जहां मां मनसा देवी बिल्व पर्वत पर विरजमान हैं, तो वहीं मां चंडी देवी नील पर्वत पर भक्तों को दर्शन देती हैं, लेकिन आज इन दोनों ही मंदिरों पर खतरा मंडरा रहा है.

 

दरअसल, कुदरत ने इन दोनों पहाड़ियों को बहुत कच्चा कर दिया है. पहले तो सिर्फ मां मनसा देवी की पहाड़ी से ही भूस्खलन की खबरें आती थी. अब नील पर्वत पर विरजमान माता चंडी देवी के पहाड़ भी दरकने लगे हैं. हाल ही में माता चंडी देवी मंदिर के पास हुए भूस्खलन के प्रशासन और आम श्रद्धालुओं की चिंता बढ़ा दी है. भूस्खलन के बाद प्रशासन ने माता चंडी देवी मंदिर की यात्रा को भी तीन घंटे के लिए रोक दिया था.

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