नगर आयुक्त गौरव कुमार ने बताया कि स्ट्रीट लाइट्स शहर की शोभा बढ़ाने के लिए होती है ऐसे में पूरे शहर में अगर बात करें तो 98,000 स्ट्रीट लाइट्स है कुछ जगह है ऐसी भी है जहां पर स्ट्रीट लाइट्स खराब है या फिर जल नहीं रही इसकी प्रतिदिन मेरे द्वारा एवं प्रशासक के द्वारा समीक्षा की जा रही है जहां पर स्ट्रीट लाइट्स खराब है उनको तत्काल ठीक करने के लिए कहा गया है इसके अलावा उन्होंने बताया कि कुछ जगह पर जहां पर स्ट्रीट लाइट्स नहीं पहुंच पा रही है वहां पर नगर निगम के द्वारा एडिशनल लाइट्स की व्यवस्था की जा रही है कुछ क्षेत्र शहर में अभी भी ऐसा है जो नगर निगम के हैंडओवर नहीं हुआ है जैसे कुछ फ्लाईओवर्स हैं जो नेशनल हाईवे के पास है
या कुछ क्षेत्र मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के पास है या फिर कुछ क्षेत्र स्मार्ट सिटी के पास है उनमें भी लगातार एजेंसीज के साथ बातचीत चल रही है जल्द से जल्द वह क्षेत्र नगर निगम को ट्रांसफर कर दें। आपको बता दें की देहरादून के लगभग ज्यादातर वार्डों में लगी स्ट्रीट लाइट्स बंद पड़ी है और कंपनी इन्हें ठीक करने को राजी नहीं है नगर निगम के शिकायत प्रकोष्ठ में बंद स्ट्रीट लाइटों को लेकर रोजाना 100 से ज्यादा शिकायतें आ रही है लेकिन उन पर प्रभावी ढंग से कार्रवाई नहीं हो रही है आलम यह है कि नगर निगम के आधे से ज्यादा अधिकारी कुछ करने को तैयार नहीं है ऐसे में नगर निगम के अधिकारी कंपनियों के आगे बौने बने हुए हैं।