नंदाघुंघटी ट्रैक पर गए यूपी के लखनऊ के अलीगंज निवासी एक ट्रैकर की तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव भाई के हवाले कर दिया। हार्टअटैक से मौत की आशंका है।
वहीं, बदरीनाथ वन प्रभाग के अधिकारियों ने बतायाद, ट्रैकर्स बिना अनुमति ट्रैकिंग पर गए थे। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक डीएस रावत ने बताया, राकेश पाठक (44) निवासी कुर्सी रोड अलीगंज लखनऊ यूपी का शव साथी पर्वतारोही ट्रैकर्स कर्णप्रयाग अस्पताल लेकर आए।
ट्रैकर्स ने बताया, राकेश अपने साथी सात ट्रैकर्स के साथ 19 सितंबर को देहरादून से नंदाघुंघटी ट्रैक के लिए रवाना हुए। उनके साथ दो अन्य पोर्टर/गाइड भी थे। 29 सितंबर को सभी ट्रैकर्स सहकर्मियों के साथ कैंप नंबर एक नंदाघुंघटी पर्वत पर थे। इस दौरान राकेश के सीने में दर्द हुआ और वह बेहोश हो गए।गाइड ने प्राथमिक उपचार देने की कोशिश की। इसके बाद स्ट्रेचर से बेस कैंप होमकुंड लाया गया। 30 नवंबर को सुतोल तक घोड़े की मदद से और सुतोल से कैंपर वाहन से कर्णप्रयाग अस्पताल लाया गया। प्रथम दृष्टया राकेश की मृत्यु नंदाघुंघटी पीक पर ही हार्टअटैक से होनी प्रतीत हुई है।
उधर, बदरीनाथ के डीएफओ सर्वेश कुमार दुबे ने बताया, उक्त ट्रैकर्स की कोई जानकारी विभाग के पास नहीं है और न ही कोई अनुमति ली गई थी।