कांग्रेस ने आगामी 22 तारीख को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का न्योता ठुकराया है जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आपत्ति जताई है, उन्होंने कहा कि बार-बार यह कहां जा रहा है कि कांग्रेस ने राम मंदिर का न्योता ठुकराया है, जो बिल्कुल गलत है। उन्होंने सवाल उठाया कि भगवान राम के मंदिर का निमंत्रण आखिर कौन ठुकरायेगा, क्योंकि राम हमारे इष्ट देवता हैं, हरीश रावत ने कहां कि हम राम के दरबार में जरूर जाएंगे, लेकिन भाजपा जिस तरीके से 22 तारीख का भाजपाईकरण और संघीयकरण करके समारोह को भाजपा ने हाईजैक कर लिया है उस समारोह में किसी भी प्रतिद्वंद्वी दल के लिए चुनाव के समय जाना संभव नहीं है।