कांवड़ यात्रा के दौरान मंदिरों में उमड़ी भीड़ के चलते रोडवेज बसों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया। यूपी के रामपुर, नगीना, नजीबाबाद, बिनौर, लखनऊ आदि शहरों में जाने वाले रोडवेस बसों के लिए बस यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।दिल्ली-एनसीआर रूट पर भी रेल यात्री बस पकड़ने को मुसीबत में दिखाई दिए। परिवहन निगम की 45 से अधिक बसों की रफ्तार थम गई। दिल्ली रूट से आने वाली और जाने वाली बसें 5 से 6 घंटे की देरी से पहुंचीं वहीं देहरादून के लिए कई बसों को हरिद्वार से वापस किया गया तो कई बसें करीब 80 किमी लंबा फेरा लगाकर दून पहुंचीं।
इसके लिए यात्रियों को 125 रुपये तक अधिक किराया देना पड़ा। रविवार की रात दिल्ली से हल्द्वानी आने वाली रोडवेज बसें जगह-जगह कांवड़ यात्रा के चलते जाम में फंस गईं। सुबह दिल्ली के लिए निकली बसें भी जाम से रास्ते में ही फंसी रह गईं।
रोडवेज की हल्द्वानी, काठगोदाम, भवाली, रानीखेत, रामनगर, काशीपुर, रुद्रपुर, बागेश्वर, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, लोहाघाट, टनकपुर डिपो की 45 से अधिक बसें दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, हिसार, जयपुर से वापसी में अलग-अलग जगह जाम में फंस गईं।इस कारण जहां यात्रियों को गर्मी और उमस के बीच रास्ते में दिक्कतों का सामना करना पड़ा वहीं सफर भी पांच से छह घंटे देरी से पूरा हुआ। परिवहन निगम के चालकों का कहना है कि यूपी में बसों को किसी भी निर्धारित रूट से न भेजकर कांवड़ियों की भीड़ के मुताबिक रूट तय किया जा रहा है। लेकिन इन रूटों पर भी कांवड़ियों के चलने से जाम की स्थिति पैदा हो रही है।