अपने मोबाइल स्क्रीन पर इस शीर्षक को देख कर आपको हैरानी ज़रूर हुई होगी कि आखिर क्या कारण है जो सरकारी सेवाओं से सेवानिर्वित्त होने वाले लोग भी अब अपनी सेवा अवधि बढ़ाने के लिए आवेदन कर रहे हैँ
मामला क़ृषि उत्पादन विपणन बोर्ड का है जहाँ एक सेवानिर्वित होने जा रहे कर्मी ने सचिवालय देहरादून में अपनी सेवा अवधि बढ़ाने के लिए आवेदन किया है बता दें यह कर्मी 31 मई को सेवानिर्वित्त होने जा रहा है जबकि अपनी सेवा अवधि को 2 वर्ष और बढ़ाने के लिए कर्मी द्वारा आवेदन किया गया है
अब यदि हर सेवानिर्वित होने वाला कर्मी इस तरह आवेदन कर अपनी सरकारी सेवा को बढ़ाने का काम करेगा तो उत्तराखंड के सेवयोजन कार्यालय में जो 883346 बेरोज़गार युवा पंजीकृत हैँ उन्हें किस तरह से रोज़गार मिलेगा यह एक बड़ा सवाल है
सचिवालय को भेजे गए इस पत्र में यह बात साफ तौर देखी जा सकती है कि उत्तराखंड क़ृषि उत्पादन विपणन बोर्ड के पास कार्मिकों की कमी होने के कारण सेवाविस्तार के लिए आग्रह किया गया है
अब यह एक बड़ा सवाल है कि यदि बोर्ड के पास कार्मिकों की कमी है तो संविदा पर ही सही कार्मिकों को आखिर क्यूँ नहीं रखा गया और क्या ऐसी मजबूरी है जो सेवानिर्वित्त होने वाले अफसरों की पैरवी करते हुए बोर्ड के अधिकारी सेवाविस्तार के लिए आग्रह कर रहे हैँ