केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने किया सांसद खेल महोत्सव का शुभारंभ, कहा-हाई एल्टीट्यूड स्पोर्ट्स हब बनेगा पौड़ी

पौड़ी: भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने पौड़ी जनपद के कंडोलिया मैदान में सांसद खेल महोत्सव का शुभारंभ किया. इस अवसर पर उन्होंने युवाओं में खेल संस्कृति को सशक्त बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि खेल राष्ट्र निर्माण का प्रभावी माध्यम हैं और पौड़ी को हाई एल्टीट्यूड स्पोर्ट्स हब के रूप में विकसित करने के लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सांसद खेल महोत्सव युवाओं को निष्पक्ष एवं पारदर्शी मंच प्रदान करेगा.
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप देश में खेल संस्कृति को जमीनी स्तर तक मजबूत किया जा रहा है. उन्होंने विश्वास जताया कि इस महोत्सव से उभरने वाले प्रतिभाशाली खिलाड़ी भविष्य में 2030 के कॉमनवेल्थ गेम्स सहित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे. डॉ. मांडविया ने कहा कि खेल के मैदान में जीत केवल एक खिलाड़ी की नहीं, बल्कि पूरे देश की होती है.
उन्होंने बताया कि देशभर में खेल सुविधाओं के अंतर (स्पोर्ट्स गैप एनालिसिस) का अध्ययन प्रगति पर है, जिसमें खेल अवसंरचना के विकास के लिए पौड़ी जनपद को भी विशेष रूप से शामिल किया जाएगा. गढ़वाल सांसद द्वारा रखी गई मांगों पर सकारात्मक रुख अपनाते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हाई एल्टीट्यूड की भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए खेल अवसंरचना के विकास के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे. इस दौरान उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जोशीमठ में 8 करोड़ रुपये की लागत से सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक का निर्माण कार्य कराया जा रहा है, जिससे क्षेत्र के खिलाड़ियों को आधुनिक प्रशिक्षण सुविधाएं उपलब्ध होंगी.
गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने कहा कि सांसद खेल महोत्सव पौड़ी जनपद के लिए गौरव का विषय है. यह आयोजन प्रधानमंत्री के उस विजन को साकार करता है, जिसके तहत प्रतिभाशाली युवाओं की पहचान कर उन्हें आगे बढ़ने का अवसर प्रदान किया जा रहा है. सांसद बलूनी ने कहा कि भारत को कॉमनवेल्थ खेलों के आयोजन का अवसर मिला है और ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भी देश ने बोली लगाई है, जो भारत के खेल क्षेत्र में बढ़ते कद को दर्शाता है.
उन्होंने कहा कि पौड़ी जनपद हाई एल्टीट्यूड ट्रेनिंग के लिए एक आदर्श स्थान है, जहां देश के विभिन्न राज्यों से खिलाड़ी प्रशिक्षण के लिए आते हैं. इस अवसर पर उन्होंने केंद्रीय मंत्री से पूरे क्षेत्र को ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ के रूप में विकसित करने, स्विमिंग इंस्टीट्यूट की स्थापना तथा शीतकालीन खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से औली को अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेल प्लेटफार्म के रूप में विकसित करने हेतु केंद्र सरकार के सहयोग की मांग की.
