गश्त पर निकले पुलिसकर्मी पर कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला, आरोपी गिरफ्तार, जानें पूरा मामला

लक्सर: हरिद्वार के खानपुर थाने में तैनात एक पुलिसकर्मी ने खानपुर गांव निवासी एक व्यक्ति पर जानलेवा हमले का आरोप लगाया. पुलिसकर्मी का आरोप है कि व्यक्ति ने गश्त के दौरान उसकी बाइक रोकी और कुल्हाड़ी से हमला किया. पुलिसकर्मी ने खानपुर थाने में व्यक्ति के लिए खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.
खानपुर थाने में तैनात पुलिसकर्मी सुनील कुमार ने तहरीर देकर बताया कि 31 अगस्त की शाम 4 बजे वह गश्त पर निकले थे. तभी झगड़े की सूचना पर वे मोहनावाला गांव से वापस खानपुर आ रहे थे. इसी दौरान खानपुर गांव निवासी जसबीर ने कुल्हाड़ी लेकर उनका रास्ता रोक लिया. जसबीर ने सुनील से कहा, ‘दो साल पहले चेतक वाले उसकी बाइक लेकर गए थे. कल भी तुम्हें बाइक वापस करने को कहा था. लेकिन तुमने बाइक वापस नहीं की. आज तुम्हारी गर्दन काटूंगा’.
पुलिसकर्मी सुनील ने आरोप लगाया कि, जसबीर ने उसके ऊपर कुल्हाड़ी से वार कर दिया. किसी तरह वह बचा और कुल्हाड़ी का वार बाइक की टंकी में जा लगा. उन्होंने इसकी सूचना थाने में दी. उपनिरीक्षक उपेंद्र सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जसबीर को समझाने का प्रयास किया. लेकिन आरोप है कि उसने उपनिरीक्षक को अपने दांतों से काट लिया. इसके बाद जसबीर को गिरफ्तार किया गया.
खानपुर थाना प्रभारी रविंद्र शाह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. उसे कोर्ट में पेश करते हुए जेल भेज दिया गया है. हालांकि, रविंद्र शाह ने बताया कि आरोपी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं लग रही है, क्योंकि जानकारी में पता चला है कि आरोपी इससे पहले भी ऐसी घटनाएं कर चुका है. काफी लोगों के साथ मारपीट और झगड़ा आदि में संलिप्त रहा है. पूर्व में भी आते जाते पुलिसकर्मियों से गाली गलौज कर चुका है. आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय समक्ष पेश करते हुए जेल भेज दिया गया है.
फिरौती मामले पर बदमाशों से मुठभेड़: बता दें कि पुलिसकर्मी पर हमले का ये पहले मामला नहीं. इससे पहले लक्सर में ओवर ब्रिज पर एक कारोबारी से फिरौती मांगने का मामला सामना आया था. जिसमें कारोबारी द्वारा पुलिस से शिकायत की गई थी. पुलिस द्वारा फिरौती मांगने वालों पर पैनी नजर रखी जा रही थी. एक दिन बदमाश, कारोबारी के घर पहुंचे तो पहले से तैनात पुलिस, बदमाशों के पकड़ने उनके पीछे दौड़ी.
इस दौरान लक्सर रेलवे लाइन ओवर ब्रिज पर पुलिस और आरोपियों के बीच मुठभेड़ हुई. जिसमें आरोपियों द्वारा पुलिस पर फायरिंग कर दी गई थी, जिसमें एक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया था और आरोपी फरार हो गए थे. घायल पुलिस कर्मी को हायर सेंटर भेजा गया था. मामले में पुलिस ने मुठभेड़ की घटना के कुछ दिन बाद ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था और जेल भेज दिया था. जहां उच्च अधिकारियों ने पुलिस कर्मियों को सम्मानित भी किया था.