जुगाड़ ट्रॉली से टोंस नदी में गिरी 16 साल की किशोरी, एसडीआरएफ ने शुरू किया सर्च ऑपरेशन

विकासनगर: देहरादून जिले के दूरस्थ त्यूणी थाना क्षेत्र से सटे उत्तरकाशी के सवाली क्यारी में बड़ा हादसा हो गया. यहां टोंस नदी पर बनी झूला गरारी में बैठकर अपने गांव जा रही 16 साल की किशोरी टोंस नदी में जा गिरी. फिलहाल पुलिस और एसडीआरएफ की टीम युवती की खोजबीन में जुटी हुई है, लेकिन अभी तक उसका कुछ पता नहीं चल पाया है.
जानकारी के मुताबिक सोमवार को सुबह करीब 8 बजे थाना त्यूणी पुलिस को स्थानीय निवासी वीरेन्द्र रावत ने सूचना दी कि एक युवती टोंस नदी में गिर गई है. इस सूचना पर थाना त्यूणी पुलिस और एसडीआरएफ तत्काल मौके पर पहुंची और नदी में गिरी किशोरी की तलाश शुरू की. काफी खोजबीन के बाद भी किशोरी का कोई पता नहीं लगा सका. फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है.
थाना त्यूणी के प्रभारी विनय मित्तल ने बताया कि मेंद्रथ और हनोल के बीच में उत्तरकाशी सवाली क्यारी से टोंस नदी के ऊपर लगे झूला गरारी से शबीना (16) पुत्री यासीन निवासी बंखवाड़ जा रही थी. तभी शबीना का बैलेस बिगड़ा और वो नदी में जा गिरी. इस दौरान शबीना की बहन भी उसके साथ थी.
बता दें कि देहरादून जिले के दूरस्थ त्यूणी थाना क्षेत्र से सटे उत्तरकाशी सवाली क्यारी से टोंस नदी के ऊपर लगे झूला गरारी से काफी लोग आर पार होते हैं. सालों से टोंस नदी को पार करने का झूला गरारी ही एक मात्र रास्ता है. हालांकि ये काफी जोखिम भरा रास्ता है, लेकिन मजबूरी में लोग इसी रास्ते को अपनाते हैं. इसी वजह से कई बार ग्रामीण हादसों को शिकार भी होते हैं. ऐसा ही इस बार भी हुआ. यहां पर रोज लोगों को इधर से उधर यानि देहरादून जिले के गांव से उत्तरकाशी के गांव में आना जाना लगा रहता है.

रुद्रप्रयाग आपदा में लापता लोगों की खोज जारी: रुद्रप्रयाग आपदा प्रभावित क्षेत्र छेनागाड़ में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस और आपदा प्रबंधन दलों सहित अन्य बचाव एजेंसियों की ओर से लगातार सर्च एवं रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है. लापता लोगों की खोजबीन को लेकर दुर्गम एवं विषम परिस्थितियों में राहत-बचाव टीमें पूरी मजबूती के साथ ग्राउंड जीरो पर तैनात हैं. लापता व्यक्तियों की तलाश को लेकर अथक प्रयासरत हैं.
रेस्क्यू कार्य को गति देते हुए छेनागाड़ क्षेत्र में जेसीबी मशीन को लगाया गया है. मलबे के बीच दबे हुए हिस्सों की गहन छानबीन की जा रही है. बड़े-बड़े बोल्डरों और चट्टानों को हटाने का कार्य लगातार जारी है, जिससे रेस्क्यू कार्य में गति आई है.
सर्च अभियान के दौरान कुछ दबी हुई दुकानों में से खुदाई कर सामग्री प्राप्त हुई है. हालांकि अभी तक कोई भी शव रिकवर नहीं हो पाया है. राहत-बचाव दल निरंतर प्रयास कर रहे हैं और लापता व्यक्तियों की खोज के लिए दिन-रात कार्यरत हैं.
रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने बताया कि छेनागाड़ क्षेत्र में खोज, बचाव और राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी हैं. प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता सर्च एवं रेस्क्यू ऑपरेशन को गति देना है. प्रभावित क्षेत्र में जेसीबी तैनात की गई है. साथ ही सड़क मार्गों को शीघ्र सुचारु करने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि आवश्यक मशीनरी, राहत सामग्री एवं रेस्क्यू टीमें तुरंत प्रभावित गांवों तक पहुंच सकें. प्रशासन का पूरा प्रयास है कि गुमशुदा लोगों का शीघ्र पता लगाया जाए तथा प्रभावित परिवारों को जल्द से जल्द आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जा सके.