उत्तराखण्ड : कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड में व्याप्त वित्तीय भ्रष्टाचार
उमेश कुमार श्रीवास्तव सेवानिवृत्त कनिष्ठ अभियन्ता जो कि 31 मई 2024 को सेवानिवृत्त हो गये थे वह आज भी ओपन यूनिर्वसिटी में अपना कार्यलय खोलकर बैक डेट में माप पुस्तिकाओं में मापे चढ़ा कर लगातार बिल बना रहें हैं। यह जानकारी नाम न बताने की शर्त पर उत्तराखण्ड कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड में लेखा अनुभाग के एक जिम्मेदार अधिकारी द्वारा दी गई है। आपके संज्ञान में यह भी लाना है कि श्री उमेश चन्द्र श्रीवास्तव के सेवानिवृत्ति से पूर्व भी मण्डी बोर्ड द्वारा इनके सेवा विस्तार के लिए तीन बार प्रयास किया गया था। जो कि तीनो बार शासन द्वारा नकार दिया गया था। किन्तु इनके द्वारा आज भी बैक डेट में बिल बनाना बहुत बडे भ्रष्टाचार की ओर संकेत करता है तथा यह एक वित्तीयअनियमितता का बहुत ही गम्भीर विषय है।