बन्दर भगाओ, खेती बचाओ के तहत सड़क पर ग्रामीण,
यदि जल्द ही बन्दरों को पकड़ने के लिए ठोस कदम नहीं उठाये जाते है, तो गरुड़ से बड़ा आंदोलन शुरू किया जायेगा,
कत्यूर घाटी के ग्रामीण इलाकों में बन्दरों के आतंक से खेतीबाड़ी उजड़ चुकी है, आलम यह है,कि ग्रामीणों को अनाज के लिए पूर्ण तरीके से बाजार पर निर्भर रहना पड़ रहा है , सिविल सोसाइटी गरुड़ के बैनर तले सौकड़ो महिलाओं ने गांधी चबूतरे पर इकट्ठा होकर बन्दरों के आतंक कि आपबीती बया कि साथ ही प्रदेश सरकार से जल्द से जल्द कत्यूर घाटी को बन्दरों के आतंक से निजात दिलाने कि अपील भी कि साथ ही सरकार को चेतावनी भी दी है, कि यदि जल्द ही बन्दरों को पकड़ने के लिए ठोस कदम नहीं उठाये जाते है, तो गरुड़ से बड़ा आंदोलन शुरू किया जायेगा,