भाजपा की तैयारियों के आगे कांग्रेस की बढ़ती चिंता
हालत यह है कि यदि उसके चुनावी रणनीतिकार समय पर नहीं जागे तो प्रदेश में नारे लिखने के लिए उसे एक दीवार तक नहीं मिलेगी।
लोकसभा चुनाव की तैयारी में भाजपा आगे-आगे तो कांग्रेस पीछे-पीछे है। भाजपा पीएम मोदी की जनसभाओं के कार्यक्रम तक फाइनल करने वाली है। वहीं कांग्रेस की तैयारियां बयानबाजी और पार्टी दिग्गजों के कुछ दौरों तक ही सीमित है।अपनी खिसकती जमीन को हासिल करने के लिए कांग्रेस अपनी मुख्य प्रतिद्वंद्वी पार्टी भाजपा सरीखी बेताब नहीं दिखाई दे रही। सियासी दमखम दिखाने के लिए कांग्रेस के पास लोकसभा चुनाव का एक अवसर है। लेकिन भाजपा की निरंतर तैयारियों के आगे कांग्रेस कहीं ठहरती नजर नहीं आ रही है। हालत यह है कि यदि उसके चुनावी रणनीतिकार समय पर नहीं जागे तो प्रदेश में नारे लिखने के लिए उसे एक दीवार तक नहीं मिलेगी।