सरकार ने नही लिया संज्ञान तो खुद ही बनवा दी सड़क , उत्तरकाशी का मामला
पुरोला से पोरा गुंदियाट गांव लगभग 35 गांव को जोड़ने वाली पी एम जी एस वाई की सड़क तीन माह से क्षतिग्रस्त हो रखी है, दो जगह रोड़ वासाउट होने से आवाजाही ठप पड़ी थी।
उत्तरकाशी जिले के पुरोला मे सरकारी तंत्र फेल हुआ तो ‘जन’ ही तंत्र बन गया और इस जनतंत्र ने मे 3 महीने पहले क्षतिग्रस्त हुयी मोटर रोड़ की निविदा, बजट के विभागीय बहाने छोड़ कर खुद ही क्षतिग्रस्त सड़क को नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन नेगी की मदद से आवाजाही के लिए सुचारु कर दिया। इससे जनता को तो सहूलियत हो रही है वहीं शासन, प्रशासन और जिम्मेदार विभागों को भी आइना दिखाया है।
नगर पंचायत शहर पुरोला से बाहर ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों की हालत बदतर है। पुरोला से पोरा गुंदियाट गांव लगभग 35 गांव को जोड़ने वाली पी एम जी एस वाई की सड़क तीन माह से क्षतिग्रस्त हो रखी है, दो जगह रोड़ वासाउट होने से आवाजाही ठप पड़ी थी। ग्रामीण कई बार विभाग के दफ्तर् भी गये पर बजट का रोना रोकर सड़क सही नही हो पायी, ग्रामीणों ने नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन नेगी से वार्ता कर सड़क निर्माण का आग्रह किया जिसके बाद चेयरमैन हरिमोहन ने जेसीबी मशीन लगवाकर मोटर मार्ग खुलवा दिया, पुरोला क्षेत्र मे चेयर मैन की प्रशांसा हो रही है। उत्तरकाशी के यमुना घाटी में अधिकतर सड़कों के गड्ढों से जनता परेशान है, फिर भी शासन, प्रशासन और जिम्मेदार विभाग पीएमजीएसवाई हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। पुरोला मे नगर पंचायत व स्थानीय निवासीयों की पहल ने सड़क निर्माण के जिम्मेदार विभागों को भी आइना दिखाया है।
इधर, सड़कों की हालत को देखते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन् नेगी ने रविवार को पुरोला अस्पताल पोरा रोड पर वासाउट हुयी सड़क को जेसीबी मशीन से निर्माण कर आवाजाही के लिए सूचारु कर दिया है। आम जनता के बीच चेयर मैन की भूरी भरी प्रशंसा हो रही है। इधर सहयोग में कई ग्रामीण शामिल रहे।