बदरीनाथ हाईवे पर भयंकर लैंडस्लाइड, बाल बाल बची BJP सांसद की जान, टला बड़ा हादसा

श्रीनगर गढ़वाल: उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में इन दिनों लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. बारिश के कारण जगह-जगह पर भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं. मलबा गिरने से सड़कों का संपर्क टूट रहा है, जिससे आम लोगों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी दिल्ली से अपने संसदीय क्षेत्र में हालातों का जायजा लेने के लिए पहुंचे हैं. इसी कड़ी में एक बड़ा हादसा उस समय टल गया जब गढ़वाल लोकसभा सांसद अनिल बलूनी और देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हालचाल लेने देवप्रयाग जा रहे थे.
जैसे ही अनिल बलूनी का काफिला देवप्रयाग के समीप पहुंचा, अचानक ऊपर से पूरी पहाड़ी का बड़ा हिस्सा भरभरा कर सड़क पर आ गिरा. सांसद अनिल बलूनी और देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी को इसके बाद पीछे भागना पड़ा. देखते ही देखते भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर सड़क पर फैल गया. जिसके कारण इस मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह बाधित हो गई. इसके बाद इन दोनों जनप्रतिनिधियों को पैदल ही आगे मलबे को क्रॉस करना पड़ा.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पूरा मंजर कुछ ही सेकंड में घटित हुआ. जिस रास्ते से नेताओं का काफिला गुजर रहा था, उसी पर अचानक पहाड़ी दरकने लगी. देखते-देखते सड़क मलबे से पट गई. गनीमत रही कि किसी भी वाहन या व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ, वरना बड़ी अनहोनी हो सकती थी.
इस घटना ने एक बार फिर पहाड़ों में मानसून के दौरान लोगों की असुरक्षा और कठिनाइयों को उजागर कर दिया है. देवप्रयाग क्षेत्र में बीते कई दिनों से लगातार हो रही बारिश से पहाड़ियां कमजोर हो चुकी हैं. जिसके कारण हर समय भूस्खलन का खतरा बना हुआ है.
बता दें, मौसम विभाग ने 18 सितंबर को राज्य के सभी जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है. इन जिलों में पौड़ी, नैनीताल, देहरादून, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चंपावत में बारिश का अलर्ट है. 19 सितंबर और 20 सितंबर को भी बारिश का यही पैटर्न रहने का अनुमान है.