नमाज के लिए बस रोकने वाले कंडक्टर ने की आत्महत्या, नौकरी जाने के बाद से तनाव का था शिकार
नमाज के लिए बस रोकने वाले कंडक्टर ने की आत्महत्या, नौकरी जाने के बाद से तनाव का था शिकार
यात्रियों को नमाज पढ़वाने के आरोप में नौकरी से निकाले गए बरेली डिपो के कंडक्टर मोहित यादव ने आत्महत्या कर ली. मोहित ने मैनपुरी में ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी. मोहित नौकरी जाने के बाद से काफी तनाव में था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. फिलहाल परिजनों की ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है.
मैनपुरी के घिरोर थाना क्षेत्र के गांव नगला खुशाली गांव में राजेंद्र यादव रहते हैं. उनका 36 वर्षीय बेटा मोहित यादव बरेली डिपो में बस कंडक्टर था. वह पिछले आठ साल यूपी रोडवेज (UPSRTC) में संविदा पर काम कर रहा था. उसे हर महीने लगभग 17,000 रुपये वेतन मिलता था. बीते रविवार रात को वह अचानक लापता हो गया था. अगली सुबह मैनपुरी उसका शव उसके घर के पास स्थित रेलवे की पटरियों पर मिला था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोहित ने मैनपुरी में कलिता एक्सप्रेस के आगे कूदकर जान दे दी.