सीएम धामी ने वैज्ञानिकों से किया संवाद, हिमालयी चुनौतियों में विचार बनेंगे मददगार
सीएम धामी ने वैज्ञानिकों से किया संवाद, हिमालयी चुनौतियों में विचार बनेंगे मददगार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह कल धामी देर शाम इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ रिमोट सेंसिंग संस्थान पहुंचे जहां मौजूद तमाम वैज्ञानिको ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया इस दौरान वाडिया इंस्टीट्यूट ,इसरो डील, आईटीएम, आईआईटी व अन्य संस्थाओं से जुड़े तमाम वैज्ञानिक भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वैज्ञानिकों को चंद्रयान–3 की सफल लैंडिंग की शुभकामनाएं दीं साथ ही उत्तराखंड में आपदाओं की घटनाओं पर भी विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चंद्रयान–3 की सफल लैंडिंग में वैज्ञानिकों का एक बड़ा योगदान है आईआईआरएस भी इसरो का ही हिस्सा है देशभर के 16 शीर्ष शोध संस्थानों में आईआईआरएस का नाम भी शामिल है। चंद्रयान–3 की सॉफ्ट लैंडिंग में इसरो, आईआईआरएस समेत अन्य संस्थानों के वैज्ञानिकों ने भी अहम भूमिका निभाई है जो कि काबिल–ए–तारीफ़ है। सीएम धामी ने कहा कि ऐसे तमाम वैज्ञानिकों से संवाद कायम किया गया है जो वक्त वक्त पर शोध एवं अनुसंधान के कामों में सराहनीय भूमिका निभाते हैं इस दौरान सीएम धामी ने ये उम्मीद भी जताई कि ये तमाम वैज्ञानिक उत्तराखंड राज्य को अग्रणी राज्य बनाने में कारगर साबित होंगे।
वहीं वाडिया इंस्टिट्यूट के निदेशक कलाचंद सेन ने कहा कि चंद्रयान–3 की सॉफ्ट लैंडिंग के बाद वैज्ञानिकों में एक गजब का उत्साह है नतीजतन अब हमारी डिक्शनरी से नहीं हो सकता यानि असंभव शब्द को हटा देना चाहिए क्योंकि अगर किसी असंभव कार्य को भी संभव करने की ठान ली जाए तो ये हो जाता है।