सीएम योगी के बयान पर भड़के स्वामी प्रसाद मौर्य, ज्ञानवापी मस्जिद है इसीलिए प्रकरण कोर्ट में गया
ज्ञानवापी को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि ”ज्ञानवापी को मस्जिद कहना जायज नहीं है.” इस पर अब प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है. पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि ”ज्ञानवापी मस्जिद है इसीलिए प्रकरण कोर्ट में गया है अगर मंदिर होता तो विवाद कोर्ट में जाता ही नहीं.जब तक उच्च न्यायालय का निर्णय ना आ जाए तब तक वो मस्जिद है.मुख्यमंत्री जी को निर्णय आने से पहले इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए.” उन्होंने बीएसपी प्रमुख मायावती पर भी निशाना साधा. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि ”अगर हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म एक ही हैं तो बौद्ध मठ को तोड़कर मंदिर क्यूँ बनाया गया. मायावती ने मेरे ख़िलाफ़ बेमौसम बोला है. जब रामनाथ कोविंद को मंदिर में प्रवेश नहीं मिला तब बोलना चाहिये था. मस्जिद में मंदिर खोजने वालों को सावधान कर रहा हूँ नई परंपरा ना शुरू करें.”
हिंदू पक्ष की वकील सीता साहू ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि सभी सबूत मंदिर के पक्ष में हैं. मुस्लिम पक्ष को भी यह मानना चाहिए. महंत राजूदास ने इस मुद्दे पर कहा कि ”सीएम को साधुवाद है. त्रिशुल और पुष्प कमल का मिलना यह साबित करता है कि वहां मंदिर था. हम लोग शुरू से कह रहे हैं कि मुस्लिम इसे हिंदुओं को सौंप देना चाहिए.”