रामनगर के ग्राम रिंगोडा खत्ता में बाघ ने बनाया एक गाय को अपना निवाला,
उन्होंने सभी ग्रामीणों से इस क्षेत्र में जब तक बाघ का आतंक बना हुआ है तब तक जंगल में अकेले ना जाने की अपील की है।
रामनगर के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले लंबे समय से बाघ एवं गुलदार के आतंक से ग्रामीण काफी दहशत में जी रहे हैं तो वहीं इन जानवरों द्वारा जहां एक और अभी तक कई लोगों को अपना निवाला बनकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया है तो वही कई लोग वन्यजीवों के हमले में घायल भी हो चुके हैं इसके साथ ही वन्य जीव लगातार ग्रामीणों के पालतू मवेशियों को भी अपना शिकार बना रहे हैं मामला ग्राम रिंगोडा खत्ता का है जहां बीती रात बाघ ने एक ग्रामीण की गाय पर हमला बोलते हुए उसे अपना निवाला बना लिया बाघ द्वारा 3 दिन के अंदर यह दूसरी घटना की गई है जिसके बाद ग्रामीण दहशत में जीने को मजबूर है ग्रामीणों ने बाघ के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है वही मामले में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक दीगांत नायक ने बताया कि उक्त गांव में बाघ द्वारा तीन दिन के भीतर यह दूसरी घटना की गई है उन्होंने बताया कि घटना के बाद गांव में कर्मचारियों की कष्ट बढ़ा दी गई है साथ ही उन्होंने कहा कि ग्रामीणों में द्वारा गांव में सोलर लाइट लगाने की मांग की गई थी जिसका कार्य चल रहा है उन्होंने बताया कि ग्रामीणों को पानी लेने के लिए करीब डेढ़ किलोमीटर आना पड़ता है उपनिदेशक दीगांत नायक ने बताया कि यहां पर ग्रामीणों द्वारा सोलर पंप लगाने की भी मांग की गई है उन्होंने कहा कि इसको लेकर भी शीघ्र सोलर पंप लगाने की कार्रवाई की जाएगी उन्होंने सभी ग्रामीणों से इस क्षेत्र में जब तक बाघ का आतंक बना हुआ है तब तक जंगल में अकेले ना जाने की अपील की है।