गर्म कपड़े बेचने वालों ने भरी ठंडी आहें, नेपाल हिंसा पर जताई चिंता, कहा शांति से निकालें समाधान

रामनगर: नेपाल में सत्ता विरोधी आंदोलन और हिंसक प्रदर्शन के बाद वहां कर्फ्यू लगा दिया गया है. नेपाली जनता और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच चल रहे संघर्ष ने पूरे देश को अराजकता की स्थिति में डाल दिया है. ऐसे में नेपाल के लोग जो हर वर्ष सितंबर महीने में व्यावसायिक उद्देश्य से भारत के उत्तराखंड राज्य के नैनीताल जिले के हल्द्वानी, रामनगर में गर्म कंबल, कालीन, गर्म वस्त्र और अन्य घरेलू सामान बेचने के लिए आते हैं, इस हिंसा पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
अपने देश में हिंसा से घबराए नेपाली व्यापारी: नेपाल से आए व्यवसायी बताते हैं कि भारत के विभिन्न क्षेत्रों में आने का उनका उद्देश्य केवल ईमानदारी से व्यापार करना है. उन्होंने यह भी बताया कि उनके लिए यह समय साल का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जब वे अपने परिवार के लिए आजीविका कमाते हैं. इस बार की हिंसा के बीच कई नेपाली व्यापारी अपने अनुभव साझा करते हुए कहते हैं कि यह हिंसा पूरी तरह से गलत है. इससे न केवल नेपाल की छवि प्रभावित हो रही है, बल्कि उनकी रोजी-रोटी भी संकट में आ गई है.
भारत ने हमें सुरक्षित वातावरण दिया: एक अन्य व्यापारी ने बताया कि भारत में आकर हम जो व्यापार करते हैं वह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है. यहां हमारे ग्राहक हैं जो हर वर्ष हमारा साथ देते हैं. हम भारत सरकार और स्थानीय प्रशासन का भी आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने हमें सुरक्षित वातावरण मुहैया कराया है. हमारे लिए यह स्थान किसी घर से कम नहीं है. इसलिए हम नेपाल में हो रही हिंसा के खिलाफ खड़े हैं और पूरी तरह से शांति चाहते हैं.
नेपाल हिंसा से व्यापार पर पड़ा असर: व्यापारी समूह ने यह भी कहा कि इस बार की हिंसा ने उनके व्यवसाय पर गहरा असर डाला है. इसके साथ ही कर्फ्यू और बढ़ती तनावपूर्ण स्थिति ने नेपाल से आने-जाने की प्रक्रिया को भी प्रभावित किया है. व्यापारियों ने बताया कि भारत सरकार द्वारा उनके लिए बनाए गए नियमों का वे पूरी तरह पालन करते हैं और अपने व्यवसाय को शांतिपूर्ण तरीके से संचालित करते हैं.
नेपाली व्यापारियों ने अपने नागरिकों को दिया शांति का संदेश: नेपाल में जारी हिंसा पर व्यापारी अपने साथी नागरिकों को भी शांति का संदेश दे रहे हैं. उन्होंने कहा, हिंसा से कभी भी स्थायी समाधान नहीं निकलेगा. केवल संवाद और समझ से ही देश में स्थिरता और विकास संभव है. हम अपने नेपालवासियों से अपील करते हैं कि वे अपने लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा करते हुए भी हिंसा से दूर रहें.
नेपाल में हो रहे हैं हिंसक प्रदर्शन: इस बीच नेपाल में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें जारी हैं. अस्पतालों में घायल लोगों की संख्या में इजाफा हो रहा है. भारत सरकार ने भी नेपाल में स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है और दोनों देशों के बीच शांति स्थापना के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.
खासकर सर्दी के मौसम के पहले ये गर्म कंबल और कालीन लोगों की खरीदारी के लिए उपलब्ध होते हैं. दोनों देशों के बीच यह आर्थिक जुड़ाव लंबे समय से बना हुआ है, जिसे दोनों पक्षों की सांस्कृतिक और व्यापारिक समझदारी ने मजबूती दी है.