फूलों की घाटी में इस वर्ष कम रही पर्यटकों की संख्या
इस साल एक जून से चार सितंबर तक घाटी में 10,452 पर्यटक ही पहुंचे हैं जबकि पिछले साल 10 सितंबर तक 20,730 पर्यटक घाटी में पहुंच चुके थे।
विश्व धरोहर फूलों की घाटी में इस बार पर्यटकों की संख्या काफी कम रही है
बारिश के कारण बार-बार हाईवे बंद होने और यात्रा स्थगित होने से घाटी में पर्यटक कम पहुंचे हैं
इस साल एक जून से चार सितंबर तक घाटी में 10,452 पर्यटक ही पहुंचे हैं जबकि पिछले साल 10 सितंबर तक 20,730 पर्यटक घाटी में पहुंच चुके थे।
फूलों की घाटी हर साल एक जून से 31 अक्तूबर तक पर्यटकों के लिए खुली रहती है
घाटी का सबसे पीक समय जुलाई और अगस्त का महीना माना जाता है, इस दौरान यहां सबसे अधिक करीब 300 प्रजाति के फूल खिले होते हैं
इसी दौरान सबसे अधिक पर्यटक भी घाटी में पहुंचते हैं लेकिन इस साल भारी बारिश, बदरीनाथ हाईवे बार-बार बंद होने और मौसम को देखते हुए यात्रा को बीच-बीच में रोकने से पर्यटकों ने घाटी की ओर कम रुख किया
घाटी में जाने के लिए स्थानीय पर्यटकों के लिए 150 रुपये व विदेशी पर्यटकों के लिए 600 रुपये शुल्क निर्धारित है
यहां पर दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीव हिम तेंदुआ, हिमालयन काला भालू, मोनाल आदि विचरण करते रहते हैं। जबकि ब्रह्मकमल, फेन कमल सहित अन्य प्रकार के फूल खिलते हैं।