उत्तराखंड में चार लाख श्रमिकों के परिवार हादसों के बाद अब नहीं होंगे मजबूर…बीमा की योजना पर सरकार की कवायद शुरू
उत्तराखंड के चार लाख से अधिक मजदूरों के परिवार अब हादसा होने पर मजबूर नहीं होंगे। उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड ने कवायद शुरू कर दी है। मजदूरों के जीवन की कठिनता
को आसान करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है।
आमतौर पर किसी हादसे में मजदूर की मृत्यु, घायल या विकलांग होने पर पूरा परिवार इस त्रासदी को झेलता है। केंद्र सरकार ने मजदूरों को सामाजिक सुरक्षा देने के लिए बीमा कराने के निर्देश दिए थे। इस क्रम में कर्मकार बोर्ड ने काम शुरू कर दिया है।
कर्मकार बोर्ड सभी मजदूरों का बीमा कराने जा रहा है। इससे मजदूर की सामान्य मृत्यु होने पर परिजनों को दो लाख रुपये, हादसे में मृत्यु होने पर चार लाख और हादसे में विकलांग होने पर 40 हजार की रकम मिलेगी।
इस योजना के तहत लाभ केवल उन्हीं मजदूरों को मिलेगा जो कर्मकार बोर्ड में पंजीकृत हैं। ऐसे करीब चार लाख श्रमिक हैं। कर्मकार बोर्ड अब बीमे के लिए कंपनी की तलाश में है। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना से भी बीमा कराया जा सकता है। अभी इस पर अंतिम निर्णय होना बाकी है।